सच्ची बुनियाद है वो इस धरती के अस्तित्व की। सच्ची बुनियाद है वो इस धरती के अस्तित्व की।
तुम! 'तुम' होकर कब लौटोगे...? तुम! 'तुम' होकर कब लौटोगे...?